इसी विषय पर बिना किसी तैयारी के लिए स्वाभाविक रूप से बोलना और तर्कों के माध्यम से अपनी बात को सिद्ध करना अर्थात आशुभाषण- वाक्चातुर्य या तर्क का युद्ध होता है। त्वरित बुद्धि लगा विषय पर फटाफट से बोल या सोच रख के मस्तिक में भाषाओं का सार तत्काल से बोलना इसी प्रक्रिया को सार्थक करने हेतु आशु भाषण प्रतियोगिता में बच्चों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया। हर्षोल्लास के साथ हाव-भाव तथा विषय की स्पष्टता के लिए सही समय पर रुकना इसी आधार पर विराम चिन्हों के साथ हाव भाव का अच्छा प्रदर्शन किया। जोकि अत्यंत ही सराहनीय था।
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