उत्तम दिन में स्वास्थ्य धन सब कुछ उसमें होए।
बिना स्वास्थ्य संसार में सब कुछ जाता खोए।
स्वास्थ्य संसार की हर संपत्ति ,शक्ति और वरदान से बड़ा है अस्वस्थ व्यक्ति ना पढ़ -लिख सकता है, न धन कमा सकता है, न किसी की सहायता कर सकता है और न ही ठीक से खा- पी सकता है। और तो और वह ठीक से घूम फिर भी नहीं सकता।
जैसा कि रूसो ने कहा है-
'शरीर में स्वस्थ मस्तिष्क का निवास होता है'
संसार की सारे आनंद और सुख स्वस्थ व्यक्ति ही भोग सकते हैं। रोगों से तड़पता व्यक्ति कितना भी धनवान या विद्वान क्यों ना हो, वह हर समय मे व्याकुल रहता है ।जबकि स्वस्थ व्यक्ति सूखी -सूखी खाकर भी शांति के साथ सोता है।
इसका दूसरा पहलू है योग (व्यायाम)
योग को अलग-अलग नामों से पुकारा जाता है। इसे प्राणायान, योग, योग भी कहते हैं। योग योग की एक शाखा है। जहां बैठकर या बैठकर योगाभ्यास किया जाता है। एक आध्यात्मिक प्रक्रिया जहां शरीर, मन और आत्मा संयुक्त होते हैं (योग)) यह शब्द हिंदू धर्म, जैन धर्म और बौद्ध धर्म में ध्यान की प्रक्रिया से संबंधित है।
योग एक संस्कृत शब्द है जो युज से आया है, जिसका अर्थ है इकट्ठा होना, बांधना। योग अब चीन, जापान, तिब्बत, दक्षिण पूर्व एशिया और श्रीलंका के साथ-साथ भारत से बौद्ध धर्म में फैल गया है, और इस समय पूरे सभ्य दुनिया में लोग इससे परिचित हैं।
योग व्यायाम के लाभ:
योग करने के कई फायदे हैं।।
स्वास्थ्य सर्वे संसार की हर संपत्ति, शक्ति और वरदान से बड़ा है। अस्वस्थ व्यक्ति ना पढ़ लिख सकता है ना धन कमा सकता है ना किसी की सहायता कर सकता है और ना ही ठीक से खा -पी सकता है। और तो और वह ठीक से घूम फिर भी नहीं सकता। जैसा कि रूसो ने कहा था
'स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मस्तिष्क का निवास होता है।'
स्वस्थ शरीर और स्वस्थ मस्तिष्क के लिए योगा का महत्वपूर्ण स्थान है। योग (संस्कृत: योगः ) एक आध्यात्मिक प्रक्रिया है जिसमें शरीर और आत्मा ( ध्यान ) को एकरूप करना ही योग कहलाता है। मन को शब्दों से मुक्त करके अपने आपको शांति और रिक्तता से जोडने का एक तरीका है योग। योग समझने से ज्यादा करने की विधि है। योग साधने से पहले योग के बारे में जानना बहुत जरुरी है। जैसे प्राणायाम और ध्यानयोग को अलग-अलग नामों से पुकारा जाता है। इसे प्राणायान, योग, योग भी कहते हैं। योग योग की एक शाखा है। जहां बैठकर या बैठकर योगाभ्यास किया जाता है। एक आध्यात्मिक प्रक्रिया जहां शरीर, मन और आत्मा संयुक्त होते हैं (योग)) यह शब्द हिंदू धर्म, जैन धर्म और बौद्ध धर्म में ध्यान की प्रक्रिया से संबंधित है।
योग व्यायाम के लाभ:स्वस्थ रहने के लिए मनुष्य को सूर्योदय से एक डेढ़ घंटे पहले ही बिस्तर छोड़ देना चाहिए। कुछ देर के लिए किसी खुले उपवन में टहलना चाहिए और कुछ शारीरिक व्यायाम अथवा योगासन करने चाहिए। कि ने किसी खेल में रुचि है, उन्हें कम से कम एक घंटा खेल खेल लेना चाहिए। इससे शरीर के सारे अंग मजबूत और चुस्त बनते हैं।
स्वास्थ्य के लिए अच्छी नींद भी आवश्यक है जिसे अच्छी नींद नहीं आती उसका स्वास्थ्य कभी ठीक नहीं रहता जो सुख की नींद सोता है और उसे क्या चाहिए यह सब कुछ संभव है योगासन के माध्यम से।