किसी विषय पर तत्काल बोलना।अनकही शुरुआत-जब आपका क्रम आये या आपका नाम बोला जाये तो अपनी जगह से पूर्ण विश्वाश के साथ उठें और एक सामान्य चाल से डायस या मंच तक जायें। ऐसे जैसे हम कोई रोज़ का काम करने जाते हैं। ध्यान रखिये आपके अपने स्थान से उठने के साथ ही आपका अनकहा भाषण शुरू हो जाता है। सबकी दृष्टि आप पर पड़नी शुरू हो जाती है।
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