Thursday, 28 July 2022

28 जुलाई विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस

 पृथिव्यां त्रीणि रत्नानि सन्ति अन्नम जलं सुभाषितम् 

मूर्खा पाषाण खंडेषु रत्नसंज्ञां विधीयते ।

वायु जलं।  तेज: मत किच्चिदपि जीवना अधार:

सर्वे प्राणिन: ना जीवन्ति। 

विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस प्रत्येक वर्ष 28 जुलाई को सुरक्षा और संरक्षण हेतु पूरे विश्व में मनाया जाता है। वर्तमान परिपेक्ष्य में विभिन्न प्रजातियों के जीव जंतु प्राकृतिक स्रोत वनस्पति विलुप्त हो रहे हैं बढ़ता प्रदूषण से होता नजर आ रहा है पर्यावरण प्रकृति और पर्यावरण का दोहन हो रहा है। विलुप्त होते जीव जंतु और वनस्पति की रक्षा का विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस पर सुरक्षा करना ही इसका उद्देश्य है। इसका उद्देश्य है इस अवसर पर वृक्षारोपण मूल रूप से पौधों को पेड़ का रूप देने की प्रक्रिया है और इसलिए उनका अलग-अलग स्थानों पर रोपण किया जाना आवश्यक है। हमारी धरती मां की रक्षा में संसाधनों का संरक्षण की अहम भूमिका है। प्रकृति सदैव मनुष्य की सहचरी किंतु जब मनुष्य अपने हित के लिए प्रकृति का दोहन आरंभ किया, तो कठिनाई उत्पन्न हो गई दुष्परिणाम सामने आए। विश्व गंभीरता को समझने सजग प्रयास आरंभ किए।

प्रकृति शायद कुछ कहना चाहती है हमसे

यह हवाओं की सरसराहट

पेड़ों पर फुदकती चिड़ियों की चहचहाहट

यह समुद्र की लहरों का शोर

बारिश में नाचते सुंदर मोर

प्रकृति की क्या शान है 

कैसे वन हो उपवन कुछ कहना चाहते हैं हमसे।





व्यक्तिगत गतिविधि लोकोक्तियां कक्षा सातवीं

विभिन्न तरह की गतिविधियों से सोहद्र की भावना विकसित होती है इसी के तहत कक्षा सातवीं के विद्यार्थियों द्वारा लोकोक्तियों पर आधारित गतिविधि उत्साहित होकर संपन्न की गई।

लोकोक्ति का अर्थ है- लोक प्रसिद्ध उक्ति या कहावत। पूरे वाक्य के रूप में प्रयुक्त होती है। इसके पीछे सैकड़ों लोगों का अनुभव होता है। इनके प्रयोग से भाषा सरस सुंदर बन जाती है। जैसे कि किसी ने कहा है-विभिन्न प्रकार के अनुभव पौराणिक


 ऐतिहासिक व्यक्तियों एवं कथाओं प्राकृतिक नियमों लोक विश्वास आप पर आधारित सारगर्भित सजीव संक्षिप्त लोक प्रचलित ऐसी युक्तियों को लोकोक्ति कहते हैं जिनका प्रयोग बात की पुष्टि या विरोध सीख तथा भविष्य कथन आज के लिए किया जाता है। लोकोक्तियों के माध्यम से छात्रों को ज्ञान प्राप्त होगा या मंडे का हो तो को कहां-कहां पर किस समय प्रयोग कर सकते हैं













Sunday, 24 July 2022

कक्षा छठी व्यक्तिगत गतिविधि मन की बात

 व्यक्तिगत गतिविधि मन की बात कक्षा छठी के विद्यार्थियों द्वारा अपने मन के भावों को पूर्ण स्वच्छंद होकर व्यक्त करने में काफी उत्साह दर्शाया । मन की बात में जिसके द्वारा सब क्रियाकलापों को क्रियान्वित किया जाता है उसे साधारण भाषा में मन कहते हैं। मन मानव मस्तिष्क की क्षमता को कहते हैं जो मानव को चिंतन शक्ति स्मरण शक्ति निर्णय शक्ति बुद्धि भाव इंद्र ग्रह का इतिहास में सक्षम बनाती है। सामान्य भाषा में मन शरीर का वह हिस्सा या प्रक्रिया है जो किसी ज्ञातव्य को ग्रहण करने सोचने और समझने का कार्य करता है। मानव मन और इसके कार्य करने की विविध पहुलुओं को मनोविज्ञान नामक ज्ञान की शाखा द्वारा अध्ययन भी किया जाता है। मानसिक स्वास्थ्य और मनोरोग किसी व्यक्ति के मन को सही ढंग से कार्य करने का विश्लेषण करते हैं।

                                         






















Wednesday, 13 July 2022

कक्षा सातवीं सामूहिक गतिविधि

 विज्ञापनऔर हमारा जीवन

आज का मानव जीवन विश्व की दुनिया में पूरी तरह विज्ञापन से घिरा हुआ है इसके सकारात्मक और नकारात्मक प्रभाव स्पष्ट देखें जा सकते हैं जीवन और युवा पीढ़ी पर विशेष प्रभाव पड़ता है। हम विज्ञापन की होड़ में ऐसी दुनिया में जी रहे हैं। जहां घर से निकलने के बाद हमारे आकर्षण के पूरे बंदोबस्त किए जाते हैं सारा विश्व उसकी रोड की ओर भागता हुआ नजर आता है। भिन्न भिन्न प्रकार के माध्यमों से विज्ञापन हम सब के जीवन को प्रभावित करता है। आज हम अगर दूरसंचार को ही ले ले तू समाचार के मध्य में या अन्य कार्यक्रमों के मध्य में विवाह विज्ञापनों का अपना अलग स्थान है जो कि हम सभी को आकर्षित किए बिना नहीं रहता। वशी बोर्ड है होल्डिंग तस्वीर बैनर की शक्ल से पूरा बाजार विज्ञापनों से भरा रहता है।

                                       


























Tuesday, 12 July 2022

पारस्परिक शिक्षण क्षेत्र

 कक्षा 6, कैम्ब्रिज के छात्रों ने एक पारस्परिक शिक्षण क्षेत्र बनाया, जहाँ उन्होंने विभिन्न विषयों में अपनी शिक्षा प्रदर्शित की। छात्रों ने अन्य कक्षाओं के साथ-साथ अन्य कक्षाओं के छात्रों का भी दौरा किया। एक फलदायी और पारस्परिक शिक्षा हुई जहाँ छात्रों को अपने ज्ञान के क्षितिज का विस्तार करने का अवसर मिला।