किसी भाषा की विशिष्ट अभिव्यंजना पद्धति को मुहावरा कहते हैं। ऑक्सफोर्ड कंसाई डिक्शनरी के अनुसार किसी भाषा की अभिव्यंजना की विशिष्ट मुहावरा मूलतः मानव अरबी शब्द है जिसका अर्थ है बातचीत करना है उत्तर देना यह कैसा वाक्यांश जो सामान अर्थ को बहुत ना करा कर किसी विशेष या विलक्षण अर्थ की प्रतीति कराए मुहावरा कहलाता है। इसके प्रयोग से भाषा में सरलता संरचना चमत्कार और प्रभाह उत्पन्न होते हैं, मुहावरे की अपनी विशेषताएं हैं। मुहावरा सदा अपने मूल रूप में प्रयुक्त होता है उसके स्थान पर पर्यायवाची शब्द नहीं रखे जाते है। इसे कमर टूटना कान होना के स्थान पर कटि भंग का प्रयोग गलत है।
मुहावरे का शाब्दिक अर्थ नहीं है भावार्थ बताना चाहिए ।इसी आधार पर कक्षा छठी के छात्रों द्वारा मुहावरे की गतिविधि सामूहिक रूप से की गई।
No comments:
Post a Comment