मां की ममता का कोई मोल नहीं
मां के प्यार को कौन भुलाये
मां की ही लॉरी हमें रातों को सुलाए
Happy Mothers Day
देवों ने भी सर झुकाया मां को किया प्रणाम है
मां से उत्तम कोई शब्द नहीं मां स्वयं में महान है..!!
मैंने अपने छोटे मुख से कैसे करूं तेरा गुड़गांव
मां तेरी ममता के आगे फीका सा लगता है भगवान
मांग लूँ यह मन्नत की फिर यही “जहाँ” मिले
फिर वही गोद फिर वही माँ मिले
हालातों के आगे जब साथ ना जुबा होती है
पहचान लेती है ख़ामोशी में हर दर्द वह सिर्फ मां होती है
कौन कहता है कि मुझे जन्नत नहीं मिली,
जरा सर तो रख कर देखो अपनी मां की गोद में।
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