Sunday 8 May 2022

Happy Mothers Day

हमारे हर मर्ज की दावा होती है माँ,
कभी डाट ती है हमे तो कभी गले लगा लेती है माँ|

हमारी आँखों के अंशु अपनी आँखों में समां लेती है माँ
अपने होठो की हंसी हम पर लुटा देती है माँ,

हमारी खुशियों में शामिल होकर अपने गम भुला देती है माँ|
जब भी कभी ठोकर लगे हमे याद आती है माँ,

दुनिया की तपिश में हमे अंचल की शीतल छाया देती है माँ|
खुद चाहे कितनी भी थकी हो हमे देख कर अपनी थकान भुला देती है माँ,

प्यार भरे हाथो से हमेशा हमारी थकान मिटा देती है माँ|
बात जब भी हो लज़ीज़ खाने की तो हमे याद आती है माँ,

रिस्तो को खूबसूरती से निभाहना सिखाती है माँ|
लफ्ज़ो मे जिसे बयां नहीं किया जा सके ऐसी होती है माँ,

भगवान भी जिसकी ममता के आगे छुक जाये ऐसी होती है माँ| 

Wednesday 4 May 2022

कक्षा छठी व्यक्तिगत गतिविधि

 जय राष्ट्रीय निशान हम अपने देश की राष्ट्रीय पक्षी पशु, फल, फूल, पेड़, नारा, खेल, आदि के विषय में तो जानते ही हैं किंतु हम जिसे अत्यंत आन बान शान से धारण करते हैं, वह है-हमारा राष्ट्रध्वज इस देश के मेरुदंड को थाम कर हमारी कुछ कामनाए होती है ।वैसे तो हम जानते ही हैं राष्ट्रीय चिन्ह एक प्रतीक या मुहर है जिसे किसी राष्ट्र या बहु-राष्ट्रीय राज्य  द्वारा अपने प्रतीक के रूप में उपयोग के लिए आरक्षित किया जाता है। इस चिन्ह का प्रयोग सरकारी कागजों ,दस्तावेजों, अभिलेखों, प्रपत्रों , मुद्रा आदि पर किया जाता है। विद्यार्थी जय राष्ट्रीय निशान से देशभक्ति की प्रेरणा, भारतीय होने पर गर्व , तिरंगें को सलामी जैसे गुणों का ज्ञान अर्जित कर पाएंगे


















कक्षा आठवीं गतिविधि

दिनांक २९/०४/२२

          कक्षा आठवीं गतिविधि

       

सूक्तियां ( 'पर द्रव्येषु लोष्ठवत')

सूक्तियां हमारी मानसिकता वह हमारे शुद्ध विचारों का शुद्र निर्माण करने में सहयोग करती है। जिनके अनुसरण से जीवन को सरलता से जिया जा सकता है यह जीवन के सुहद मित्र की भांति सभी का पथ प्रदर्शन करती है। सूक्तियां  वचन ज्ञान का सार होते हैं अर्थात सुंदर युक्तियां कथन चमत्कार पूर्ण वाक्य छुट्टियों में गुढ़ अर्थ छुपा होता है। इनके द्वारा छात्र कम शब्दों में बेहतर से बेहतर ज्ञान अर्जित करेंगे छात्रों को विद्वानों महापुरुषों नीतियों के अनुभव और परिपक्व विचारों का समावेश सूक्तियां में देखने को मिलेगा।