Wednesday, 29 August 2018

Morning Special Assembly- Teacher's Day and Janmashtami (2018)


Assemblies are an important feature of School’s routine. They also form a significant part of the school’s curriculum. They are a means to create a positive, reflective ethos and promote value-based education. They powerfully nurture the development of intrapersonal intelligence.
At our School classes take turns to present on a theme identified for the week. On 29 April 2006, the students of class 5A (PRIMUS) presented their assembly on the terrace. Their topic was ‘ Teacher's Day and Krishna Janamashtami, which are just round the corner. 
The assembly was conducted in the form of a Radio Show, Gauri and Sidhyati being the two radio jockeys. It started with Hindi and English thoughts followed by national and international news, sports news and weather reports in Hindi and English.
Devansh, Sana, Jhanvi, Kashika and Tanush also presented poems and speeches in Hindi and English on the current topics. Aarav Shokeen and Daksh explained 'Gita Updesh' in the form of dialogues between Paarth (Arjuna) and Krishna.
Student reporters interviewed their teachers and asked varied questions from them like their hobbies, inspiration, views on students' discipline nowadays and reason behind their choice of teaching profession.
The assembly ended with a melodious song on Janamashtami by the whole class.
The assembly gave students a chance to learn about India's mythology, history, great leaders and their own teachers. Overall it was an enriching experience for everyone.

























Tuesday, 21 August 2018

Pledge- Climate Jamboree


Climate Jamboree comprises a series of lead up events running through June to October 2018, and culminating in a Grand Finale (1-3 November 2018) The lead up events are designed to start an engagement process for youth from different disciplines and different walks of life with sustainability thinking, which would get honed further in the Finale.

Click on the given link to take the pledge and join the movement. 

https://www.climatejamboree.org/

पोंगल (Class 6 Activity)

'पोंगल' दक्षिण भारत, मुख्य रूप से तमिलनाडु के सबसे लोकप्रिय व प्रमुख त्यौहारों में से एक है। पोंगल शब्द के दो अर्थ हैं। पहला यह कि इस दिन सूर्य देव को जो प्रसाद अर्पित किया जाता है वह पोंगल कहलाता है। दूसरा यह कि तमिल भाषा में पोंगल का एक अन्य अर्थ निकलता है अच्छी तरह उबालना। पोंगल एक फसली त्योहार है। यह त्यौहार हर साल जनवरी के मध्य में पड़ता है। 

पारम्परिक रूप से पोंगल सम्पन्नता को समर्पित त्यौहार है। इसमें समृद्धि लाने के लिए वर्षा, धूप तथा खेतिहर मवेशियों की आराधना की जाती है। यह त्यौहार चार दिनों के लिए मनाया जाता है। पहला दिन 'भोगी', दूसरा दिन 'पोंगल', तीसरा दिन 'मट्टु पोंगल' व अंतिम चौथा दिन 'कानूम पोंगल' के रूप में मनाया जाता है। तमिलनाडु के प्रायः सभी सरकारी संस्थानों में पोंगल के त्यौहार के अवसर पर अवकाश रहता है।













 

Pledge for sustainability.

www.climatejamboree.org

This movement is supported by CBSE also.Anyone can go to the site and take a pledge for sustainability  and Agenda 2030

Wednesday, 15 August 2018

सारे जहां से अच्छा हिंदुस्तान हमारा !!!

आज़ादी पर एक कविता :
लाल रक्त से धरा नहाई,
श्वेत नभ पर लालिमा छायी,
आजादी के नव उद्घोष पे,
सबने वीरो की गाथा गायी,
गाँधी ,नेहरु ,पटेल , सुभाष की,
ध्वनि चारो और है छायी,
भगत , राजगुरु और , सुखदेव की
क़ुरबानी से आँखे भर आई ||
ऐ भारत माता तुझसे अनोखी,
और अद्भुत माँ न हमने पाय ,
हमारे रगों में तेरे क़र्ज़ की,
एक एक बूँद समायी .
माथे पर है बांधे कफ़न ,
और तेरी रक्षा की कसम है खायी,
सरहद पे खड़े रहकर,
आजादी की रीत निभाई.

Class 8th is celebrating independence day by writing  a letter to our loving soldiers  .







विजयी विश्व तिरंगा प्यारा झण्डा ऊँचा रहे हमारा !


“ध्वजा वंदना”
नमो, नमो, नमो।
नमो स्वतंत्र भारत की ध्वजा, नमो, नमो!
नमो नगाधिराज – शृंग की विहारिणी!
नमो अनंत सौख्य – शक्ति – शील – धारिणी!
प्रणय – प्रसारिणी, नमो अरिष्ट – वारिणी!
नमो मनुष्य की शुभेषणा – प्रचारिणी!
नवीन सूर्य की नई प्रभा, नमो, नमो!
हम न किसी का चाहते तनिक अहित, अपकार।
प्रेमी सकल जहान का भारतवर्ष उदार।
सत्य न्याय के हेतु, फहर-फहर ओ केतु
हम विचरेंगे देश-देश के बीच मिलन का सेतु
पवित्र सौम्य, शांति की शिखा, नमो, नमो!
तार-तार में हैं गुँथा ध्वजे, तुम्हारा त्याग!
दहक रही है आज भी, तुम में बलि की आग।
सेवक सैन्य कठोर, हम चालीस करोड़
कौन देख सकता कुभाव से ध्वजे, तुम्हारी ओर
करते तव जय गान, वीर हुए बलिदान,
अंगारों पर चला तुम्हें ले सारा हिंदुस्तान!
प्रताप की विभा, कृषानुजा, नमो, नमो
Class 7th is writing a letter to a Soldier !!!