Thursday 12 April 2018

Happy Baisakhi (2018)



बैसाखी का त्यौहार एक बहुत ही पावन त्योहारों में से एक है| यह सिख धर्म का पर्व है जिसे वे बड़ी धूम धाम से मनाते है|बैसाखी शब्द वैशाख से बना है| बैसाखी को सर्दियों की फसल काटने के बाद नए साल के प्रारम्भ की ख़ुशी में मनाया जाता है| इसे सबसे ज्यादा हरयाणा और पंजाब में मनाया जाता है| यह दिन रबी फसल पकने की ख़ुशी में मनाया जाता है| इसी दिन दसवे गुरु गोविंद सिंह जी ने खालसा पंथ की स्तापना करि थी| यह ही कारण है की इस दिन का महत्व और भी बढ़ जाता है|

बैसाखी कविता 

देखो है आया बैसाखी का त्यौहार
चारों तरफ है छाई फसल की बहार
बल्ले बल्ले है आया बैसाखी का त्यौहार !
चलो मिलके डालें भंगड़ा यार
अब कटेंगी फसलें हमारी
अब होंगी खुशियाँ न्यारी
वाह वाह आया बैसाखी का त्यौहार !
आओ सब मनाएं ये खुश्वार।




No comments:

Post a Comment