Tuesday, 21 August 2018

पोंगल (Class 6 Activity)

'पोंगल' दक्षिण भारत, मुख्य रूप से तमिलनाडु के सबसे लोकप्रिय व प्रमुख त्यौहारों में से एक है। पोंगल शब्द के दो अर्थ हैं। पहला यह कि इस दिन सूर्य देव को जो प्रसाद अर्पित किया जाता है वह पोंगल कहलाता है। दूसरा यह कि तमिल भाषा में पोंगल का एक अन्य अर्थ निकलता है अच्छी तरह उबालना। पोंगल एक फसली त्योहार है। यह त्यौहार हर साल जनवरी के मध्य में पड़ता है। 

पारम्परिक रूप से पोंगल सम्पन्नता को समर्पित त्यौहार है। इसमें समृद्धि लाने के लिए वर्षा, धूप तथा खेतिहर मवेशियों की आराधना की जाती है। यह त्यौहार चार दिनों के लिए मनाया जाता है। पहला दिन 'भोगी', दूसरा दिन 'पोंगल', तीसरा दिन 'मट्टु पोंगल' व अंतिम चौथा दिन 'कानूम पोंगल' के रूप में मनाया जाता है। तमिलनाडु के प्रायः सभी सरकारी संस्थानों में पोंगल के त्यौहार के अवसर पर अवकाश रहता है।













 

Pledge for sustainability.

www.climatejamboree.org

This movement is supported by CBSE also.Anyone can go to the site and take a pledge for sustainability  and Agenda 2030

Wednesday, 15 August 2018

सारे जहां से अच्छा हिंदुस्तान हमारा !!!

आज़ादी पर एक कविता :
लाल रक्त से धरा नहाई,
श्वेत नभ पर लालिमा छायी,
आजादी के नव उद्घोष पे,
सबने वीरो की गाथा गायी,
गाँधी ,नेहरु ,पटेल , सुभाष की,
ध्वनि चारो और है छायी,
भगत , राजगुरु और , सुखदेव की
क़ुरबानी से आँखे भर आई ||
ऐ भारत माता तुझसे अनोखी,
और अद्भुत माँ न हमने पाय ,
हमारे रगों में तेरे क़र्ज़ की,
एक एक बूँद समायी .
माथे पर है बांधे कफ़न ,
और तेरी रक्षा की कसम है खायी,
सरहद पे खड़े रहकर,
आजादी की रीत निभाई.

Class 8th is celebrating independence day by writing  a letter to our loving soldiers  .







विजयी विश्व तिरंगा प्यारा झण्डा ऊँचा रहे हमारा !


“ध्वजा वंदना”
नमो, नमो, नमो।
नमो स्वतंत्र भारत की ध्वजा, नमो, नमो!
नमो नगाधिराज – शृंग की विहारिणी!
नमो अनंत सौख्य – शक्ति – शील – धारिणी!
प्रणय – प्रसारिणी, नमो अरिष्ट – वारिणी!
नमो मनुष्य की शुभेषणा – प्रचारिणी!
नवीन सूर्य की नई प्रभा, नमो, नमो!
हम न किसी का चाहते तनिक अहित, अपकार।
प्रेमी सकल जहान का भारतवर्ष उदार।
सत्य न्याय के हेतु, फहर-फहर ओ केतु
हम विचरेंगे देश-देश के बीच मिलन का सेतु
पवित्र सौम्य, शांति की शिखा, नमो, नमो!
तार-तार में हैं गुँथा ध्वजे, तुम्हारा त्याग!
दहक रही है आज भी, तुम में बलि की आग।
सेवक सैन्य कठोर, हम चालीस करोड़
कौन देख सकता कुभाव से ध्वजे, तुम्हारी ओर
करते तव जय गान, वीर हुए बलिदान,
अंगारों पर चला तुम्हें ले सारा हिंदुस्तान!
प्रताप की विभा, कृषानुजा, नमो, नमो
Class 7th is writing a letter to a Soldier !!!









स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में


स्वतंत्रता दिवस पर लिखी गयी कुछ खास पंक्तिया -


"हम नन्हें-मुन्ने हैं बच्चे,
आजादी का मतलब नहीं है समझते।
इस दिन पर स्कूल में तिरंगा है फहराते,
गाकर अपना राष्ट्रगान फिर हम,
तिरंगे का सम्मान है करते,
कुछ देशभक्ति की झांकियों से
दर्शकों को मोहित है करते
हम नन्हें-मुन्ने हैं बच्चे,
आजादी का अर्थ सिर्फ यही है समझते।
वक्ता अपने भाषणों में,
न जाने क्या-क्या है कहते,
उनके अन्तिम शब्दों पर,
बस हम तो ताली है बजाते।
हम नन्हें-मुन्ने है बच्चे,
आजादी का अर्थ सिर्फ इतना ही है समझते।
विद्यालय में सभा की समाप्ति पर,
गुलदाना है बाँटा जाता,
भारत माता की जय के साथ,
स्कूल का अवकाश है हो जाता,
शिक्षकों का डाँट का डर,
इस दिन न हमको है सताता,
छुट्टी के बाद पतंगबाजी का,
लुफ्त बहुत ही है आता,
हम नन्हें-मुन्ने हैं बच्चे,
बस इतना ही है समझते,
आजादी के अवसर पर हम,
खुल कर बहुत ही मस्ती है करते।।
................................................भारत माता की जय।"
Class 6th students are  representing birth place of our freedom fighters on map :



















Tuesday, 14 August 2018

स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं


स्वतंत्रता सेनानियों के प्रसिद्द नारे


जय हिन्द – सुभाष चन्द्र बॉस
 करो या मरो – महात्मा गांधी
 इंक़लाब ज़िंदाबाद – भगत सिंह
 दिल्ली चलो – सुभाष चन्द्र बॉस
 अंग्रेजो भारत छोड़ो – महात्मा गांधी
 आराम हराम है – जवाहर लाल नेहरू
 कर मत दो – वल्लभभाई पटेल
जय भगत – विनोबा भावे
 मारो फ़िरंगी को – मंगल पांडेय
 पूर्ण स्वराज – भगत सिंह
 वेदों की ओर लौटो – दयानंद सरस्वती
 वन्दे मातरम, – बंकिम चन्द्र चट्टोपाध्याय
 जय जवान जय किसान – लाल बहादुर शास्त्री
 सत्यमेव जयते – पंडित मदन मोहन मालवीय
 साइमन कमीशन वापस जाओ – लाला लाजपत राइ
 विजयी विश्व तिरंगा प्यारा – श्याम लाल गुप्ता
 सारे जहाँ से अच्छा हिन्दोस्तां हमारा – मुहम्मद इक़बाल
 हिन्दी, हिन्दू, हिन्दोस्तान – भारतेन्दु हरिश्चंद्र
 तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हे आज़ादी दूंगा. – सुभाष चन्द्र बोस
 सरफ़रोशी की तम्मना अब हमारे दिल में है – रामप्रसाद बिस्मिल
 स्वराज्य मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है और मै इसे लेकर रहूँगा – बाल गंगाधर तिलक
 वह खून कहो किस मतलब का, आ सके देश के काम नहीं। – सुभाष चंद्र बोस
 दुश्मन की गोलियों का हम सामना करेंगे आज़ाद हे रहे है आज़ाद हे रहेंगे – चन्द्र शेखर आज़ाद
Students of Class 5, writing slogans on Independence.